गया (ब्यूरो कार्यलय )/- मानवीय चेतना और संवेदना के पूंज आचार्य पंडित निरंजन शर्मा (बुच्चुन बाबा) कभी भी अपनी सनातन धर्म में निष्ठा समाज में उदारता सरलता सहीस्नुता से कभी भी विचलित नहीं हुए। आज उनका अभाव हर मानवतावादी को खटक रहा है।
यह कथन है विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विवेकानंद मिश्र का। उन्होंने डॉक्टर विवेकानंद पथ गोल बगीचा स्थित आयुर्वेद भवन में महासभा एवं मंच द्वारा आयोजित एक शोक सभा में अपनी उदगार में कहा वे महा-मानव थे सभी के अपने थे उनके असामयिक निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति बताया। शोक सभा में महासभा एवं मंच के वरिष्ठ सदस्य पंडित अमरनाथ पांडेय ने कहा की दुनिया में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जिनके निकट जाते ही मन मस्तिष्क एक सकारात्मक ऊर्जा से बढ़ जाती है। ऐसे हीं अद्भुत मार्गदर्शक को समाज ने खो दिया। इस अवसर पर जिन्होंने उनके चरणों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए उनमें आचार्य अभय पाठक हरिनारायण त्रिपाठी सत्येंद्र दुबे राजेश त्रिपाठी पंडित अजय मिश्र(बबलू बाबा) आचार्य सुनील मिश्रा राजीव नयन पांडे किरण पाठक अनीता पाठक रंजीत पाठक पवन मिश्रा सुनील गिरी शंभू गिरी नीरज वर्मा देवेंद्र कुमार पाठक डॉक्टर छोटे बाबू ऋषिकेश गुर्दा सत्येंद्र यादव अच्युत मराठे विश्वजीत चक्रवर्ती कविता राऊत तरन्नुम तारा रजनी चावला सुनीता देवी नुसरत जहां मुस्कान खातून आदि उल्लेखनीय थे।
रिपोर्ट:- प्रियांशु मिश्रा
